# जीवन में सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचने के लिए मनुष्य को धैर्य, समर्पण, कड़ी मेहनत और विश्वास की मेहती आवश्यकता होती है। पुरुषार्थ का मार्ग सदैव कठिनाईयों, समस्याओं और कष्टों से भरा रहता है।*
# मनुष्य सृष्टि की नश्वर अपार चल-अचल संपदा को तो कुछ ही वर्षों में अर्जित कर लेता है पर उसे अनश्वर अघ्यात्मिक संपदा एकत्र करने के लिए अपने मन के किसी विकार को दूर करने में पूरी आयु भी कम पड़ जाती है।* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# यह बात तो जग जाहिर है कि विश्व का हर मनुष्य अपना हित चाहता है, पर जो मनुष्य हर समय दूसरे का अहित चाहता है और करता है, उस मनुष्य का भला कैसे होगा? चिंता का विषय है।*