# वही नौजवान अपने जीवन में समर्थवान बन सकता है - जिसे अपेक्षित कार्य का ज्ञान हो, अपने कार्य के प्रति सजग हो और कार्य का निरंतर अभ्यास करे।* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# लोकराज की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि जन साधारण की एक भी आँख से कोई आँसु बाहर न निकले, हर चेहरे पर मुस्कुराहट हो, हर हाथ कार्य हो, उसका साहस बुलंद हो, बुद्धि रौषन हो, तन बलवान और आत्मा महान बनें।* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# देश में वास्तविक लोकराज के दर्शन अवश्य होंगे, जब देश के प्रतिनिधि, विधायक और सांसद यह भली प्रकार समझ जांएगे कि वे सब जनता के सेवक हैं, उन्होंने हर कार्य जनता हित में करना है, जनता उनकी स्वामी हैl* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# जो संतान अपने माता पिता की सेवा करती है, उसे किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं, वह घर स्वयं तीर्थ बन जाता है, जहां उनकी सेवा होती है।* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# जिस तरह एक नौजवान अपना, अपनी पत्नि, और अपनें बच्चों के पालन-पोषण और उनकी रक्षा-सुरक्षा का दिन-रात ध्यान रखता है, ठीक उसी तरह प्रतिनिधि, विधायक और सांसद अगर समाज और राष्ट्र की भलाई के कार्य में ध्यान दें, तो कुछ बात बनें।* चेतन कौशल "नूरपुरी"