अनमोल वचन :-# अच्छा स्वास्थ्य एवंम अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है l *
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श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ (page 59 of 67)
दैनिक जागरण 10 मार्च 2007
हमें पर्चियां पहुंचा कर
परीक्षा में नकल को न करो हवा
अमूल्य जीवन भ्रष्ट हो जाएगा
हमारी अयोग्यता को न करो हवा
नकल से परीक्षा में हम चाहे पास हो जाएंगे
ऐसे तो हम कभी योग्य नही बन पाएंगे
आगे योग्य नागरिक तुम्हें मिलेंगे कैसे
योग्य डाक्टर इंजीनियर तुम्हें मिलेंगे कैसे
हमारे इन अमूल्य जीवन पलों को
नकल की तुम न करो हवा
हमें पर्चियां पहुंचा कर
परीक्षा को न करो हवा
चेतन कौशल "नूरपुरी"
दैनिक जागरण 2 मार्च 2007
जागो धरती नन्दन हो रहा क्रंदन महान
कांप रही धरती गिर न जाए आसमान
पीडि़त राष्ट्र निज नेत्र खोल जरा
त्रस्त मानवता रक्त रंजित हो धरा
जमा और मुनाफाखोरों का लगा है मेला
स्वार्थ सिद्धि का पड़ा है घेरा
पल पल लाता कम्पन प्रभंजन जहान
जागो धरती नन्दन हो रहा क्रंदन महान
राम कृष्ण की धरती कर रही पुकार है
उत्तरदायी होकर तू क्यों कर रहा संहार है
असहाय प्राणी देश के क्षुधार्थ मरने को हैं लाचार
छोड़ धन संचयन की लालसा तूने करना है उपकार
सदाचारी को समझे नित मां अपनी प्यारी संतान
जागो धरती नन्दन हो रहा क्रंदन महान
चेतन कौशल "नूरपुरी"