मानवता सेवा की गतिविधियाँ

श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ (page 6 of 67)

सर्वोत्तम वरदान

अनमोल वचन :-# अच्छा स्वास्थ्य एवंम अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है l *
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आचरण शुद्धता

अनमोल वचन :-# आचरण की शुद्धता ही व्यक्ति को प्रखर बनाती है l*
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अनीति मार्ग

अनमोल वचन :-# अनीति के रास्ते पर चलने वाले का बीच राह में ही पतन हो जाता है l*
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व्यक्ति परिचय

अनमोल वचन :-# दो चीजें आपका परिचय कराती हैं : आपका धैर्य, जब आपके पास कुछ भी न हो और...
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प्रभु की समीपता

अनमोल वचन :-# धर्यता और विनम्रता नामक दो गुणों से व्यक्ति की ईश्वर से समीपता बनी रहती है l*
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उच्च विचार

अनमोल वचन :-# दिनरात अपने मस्तिष्क को उच्चकोटि के विचारों से भरो जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा...
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मुस्कराना

अनमोल वचन :-# मुस्कराना, संतुष्टता की निशानी है इसलिए सदा मुस्कराते रहो l*
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प्रभु कृपा

अनमोल वचन :-# सच्चाई, सात्विकता और सरलता के बिना भगवान् की कृपा कदापि प्राप्त नहीं की जा सकती l*
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जीवन महत्व

अनमोल वचन :-# आप अपने जीवन का महत्व समझकर चलो तो दूसरे भी महत्व देंगे l*
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जीवन महत्व

अनमोल वचन :-# आप अपने जीवन का महत्व समझकर चलो तो दूसरे भी महत्व देंगे l*
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हिम्मत

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चेतन आत्मोवाच 55 :-

पत्थर रख सीने पर, मोड़ दे दिशा लहरों की l
काम नहीं है कठिन, मनः बात है प्यारे हिम्मत की ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

जिन्दगी

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चेतन आत्मोवाच 54 :-

ओला गिरता जल में, बन जायेगा पानी l
बर्फ पर लिखी जिन्दगी तेरी, मनः एक दिन बन जाएगी पानी ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

ईर्ष्या

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चेतन आत्मोवाच 53 :-

आग से खेलता है क्यों? वह रख बनाया करती है l
तू इर्ष्या करता है क्यों ? मनः हँसते हुए को रुलाया करती है ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

सत्य

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चेतन आत्मोवाच 52 :-

जान सके तो जान, सत्य ही है भगवान् l
जायेगा तू पहचान, मनः थोड़ा-थोड़ा कर ध्यान ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

तीन शत्रु

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चेतन आत्मोवाच 51 :-

आलस्य, झूठ, और अभिमान तीनों हैं तेरे शत्रु महान l
एक को भी निकट न आने देना, मनः सुन ले तू देकर ध्यान ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"

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