4. दिसम्बर 2024 / 0 Comments इन्सान था चेतन आत्मोवाच 29 :-इंसान था मगर तूने खुद से खुद बैर किया है lखुदा तो खुद बन बैठा है, मनः खुद को तूने भुला दिया है llचेतन कौशल "नूरपुरी"