10. दिसम्बर 2024 / 0 Comments तीन शत्रु चेतन आत्मोवाच 51 :-आलस्य, झूठ, और अभिमान तीनों हैं तेरे शत्रु महान lएक को भी निकट न आने देना, मनः सुन ले तू देकर ध्यान llचेतन कौशल "नूरपुरी"