मातृवन्दना सितम्बर 2014
जन-जन का देख भाई चारा,
विश्व हुआ हैरान है
दवी जुवान से प्रसंशा करता,
भारत की पहचान है
वन्दे मातरम--------- वन्दे मातरम
तरह तरह के फूल इसके,
फूलदान में सब एक हैं
सुगंध फैलाते चहुं ओर अपनी,
भारत की पहचान है
वन्दे मातरम--------------वन्दे मातरम
खेलना इन्हें पसंद तूफानों से,
खुदको मिटा देना शान से
आन बान शान बनाए रखना,
भारत की पहचान है
वन्दे मातरम---------- वन्दे मातरम
बुरी नजर से न देखे कोई,
जनजन यहां भाईचारा है
प्रेमसागर डूबा लेता सबको,
भारत की पहचान है
वन्दे मातरम ---------वन्दे मातरम
प्रेमबन्धन से कठोर न कोई,
प्रभु भी खींचे चले आते हैं
ईश्वर प्रेमी निहारे कोई,
भारत की पहचान है
वन्दे मातरम-------- वन्दे मातरम
सितंबर 2014 मातृवंदना
चेतन कौशल "नूरपुरी"