दैनिक जागरण 15 जून 2007
पानी लेकर बंद करना है नल
भाई यों ही व्यर्थ नहीं बहाना है जल
सब्जी या फलों को धोकर
क्यारी में डाल देना है पानी
क्यारी में नमी रहेगी
नाली में नहीं जाने देना है पानी
शेष बचा बोतल या बाल्टी का पानी
है क्यारी के पौधों का पानी
कल के लिए ढक कर
आज रखना है पेयजल
संभलकर कल भी
प्रयोग करना है पेयजल
चेतन कौशल "नूरपुरी"