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# भारतीय समाज को यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि भारत जाति, धर्म के नाम पर आपसी फूट के कारण सदियों तक पराधीन रहा था, इसलिए वह अब आसामाजिक तत्वों की आंतरिक या बाह्य किसी भी प्रकार के षड्यंत्र का कभी और शिकार नहीं होगा।* 

चेतन कौशल "नूरपुरी"