चेतन विचार :-
# जिस प्रकार देश की रक्षा-सुरक्षा हेतु सीमा पर सेना हर समय तैयार रहती है और समय आने पर दुश्मन को मुंहतोड़ उत्तर भी देती है, ठीक उसी प्रकार युवाओं को देश हित में संगठित हो कर शिक्षा, उत्पादन, निर्माण और आंतरिक रक्षा-सुरक्षा के कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए। ताकि विघटनकारी महाशक्तियों का सिर हमेशा के लिए कुचला जा सके, जो आरक्षण, धर्म, जाति और साम्प्रदायकता की आग लगा कर देश और समाज को कमजोर करना चाहती हैं, विकास में वाधक बन रही हैं ।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"