19. फ़रवरी 2016 अपना मन विश्व में मनुष्य का सबसे बड़ा मित्र या शत्रु उसका ही अपना मन है। वह चाहे तो दुर्भावना से किसी के साथ शत्रुता कर ले या सदभावना से मित्रता स्थापित कर लेे।