# जिस मानव समाज में कभी शारीरिक स्वशासन का राज्य अपनी चरम सीमा पर रहा है, वह भारत देश ही है। भले ही उसके शारीरिक स्वशासन का राज्य आज कमजोर हो गया हो पर वह अब भी अपने आप में दूसरों का मार्गदर्शन करने में पूरी तरह से सक्षम और समर्थ है।*
चेतन कौशल "नूरपुरी"