11. दिसम्बर 2024 / 0 Comments सदाचार चेतन आत्मोवाच 66 :-मुसीबत में करते जो आह नहीं, बुझने नहीं देते जो योगाग्नि को lसदाचार होता है संग उनके, मनः सतगुरु पार भव सागर ले जाने को llचेतन कौशल "नूरपुरी"