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# देश की सीमाएं सेना की सूझ-बूझ से, समाज आपसी एकता एवं सोहार्द से और परिवार प्रेम व समर्पण भाव से सदैव सुरक्षित रहता है।* चेतन कौशल "नूरपुरी"