20. फ़रवरी 2016 स्वामी विवेकानन्द विचारकों के कथन :-अपवित्र कल्पना भी उतनी ही बुरी होती है, जितना बुरा अपवित्र कर्म होता है।- स्वामी विवेकानन्द