10. दिसम्बर 2024 / 0 Comments स्वावलम्बन चेतन आत्मोवाच 42 :-छोटी-छोटी जरूरत पूरी करता चल, एक दिन स्वावलंबी हो जायेगा lमेहनत करता चल तू, मनः धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जायेगा llचेतन कौशल "नूरपुरी"