19. फ़रवरी 2016 आचार्य चाणक्य विचारकों के कथन :-मेहनत करने से दरिद्रता नहीं रहती है, धर्म करने से पाप नहीं रहता है और मौन रहने से कलह नहीं होती।- आचार्य चाणक्य