23. फ़रवरी 2016 रविदन्दन शास्त्री विचारकों के कथन :-श्री हरि नाम संकीर्तन साक्षात भगवान का स्वरूप है। भगवान का सिमरण ही मुक्ति का द्वार है। योग आत्मा और परमात्मा का मिलाप है।- रविदन्दन शास्त्री