वोट डालकर जनता को पतंग रूपी राजनीति की डोर उन लोगों केे हाथ सौंप देनी चाहिए जो जन हित और राष्ट्र हित का कार्य करने में पूर्ण रूप से सक्षम और समर्थ हैं। वे लोग जन हित और राष्ट्र हित का कार्य क्या करेंगे जो अहंकार में डूबे हुए हैं और जिन्हें निजहित के अतिरिक्त कुछ और नजर ही नहीं आता है।