# हीरा हमेशा हीरा ही रहता है, भले ही वह कोयले में गिर जाए या उस पर कोयला, उसकी आभा कभी कम नहीं होती है। इसी तरह श्रेष्ठ लोग, श्रेष्ठ ही रहते हैं, उन पर बुरे लोगों की किसी भी बुराई का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। *
चेतन कौशल "नूरपुरी"
मानवता सेवा की गतिविधियाँ