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मातृवन्दना सितम्बर 2010 

हिंदी हो, हिन्द की भाषा,
हिंदी से हिन्द की पहचान हो,
हम सब बोलें भाषा हिंदी,
यही संकल्प हमारा हो
घर हो या दफ्तर,
गली चाहे कोई दुकान हो,
निःसंकोच हम बोलें भाषा हिंदी,
यही संकल्प हमारा हो
बात हो पत्र लिखने की
या विज्ञापन प्रकाशन हो,
लिखें हम भाषा हिंदी,
यही संकल्प हमारा हो
हिंदी जोड़े गांव-गांव
अखंड भारत सजने दो,
हिंदी छाए सारे जगत में,
यही संकल्प हमारा हो
अहिन्दी राज्य टकराना भूलें,
राष्ट्रीय संचालन हिंदी हो,
कोई बैरी न तोड़े प्यारा भारत,
यही संकल्प हमारा हो
हिंदी राज हो भारत में,
अन्य भाषाओँ का भी सम्मान हो,
जन-जन की हो भाषा हिंदी,
यही संकल्प हमारा हो

चेतन कौशल "नूरपुरी"