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आलेख – साक्षात्कार मातृवन्दना जुलाई 2023

आलस्य, निद्रा, कर्महीनता और नशा मनुष्य जीवन के महान शत्रु हैं l जहाँ एक ओर आज का एक युवावर्ग इन शत्रुओं का शिकार हो रहा है, वहीं दूसरी ओर एक अन्य पुरुषार्थी और कर्मठ युवा वर्ग दिन-रात एक करके अपने कार्य में निरंतर प्रयत्नशील भी है l आज मुझे एक आईटी कंपनी के सीईओ से साक्षात्कार करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ l उनसे  प्राप्त जानकारी के कुछ महत्वपूर्ण अंश इस प्रकार हैं -


1. प्रश्न - आपके द्वारा आईटी कंपनी की शुरुआत कैसे हुई और आरंभ में आपकी सोच क्या थी ?


उत्तर – मैं अपने बिजनेस पार्टनर के साथ रात में बैठा था l हमने पहले एक प्रशिक्षण संस्थान खोलने की योजना बनाई थी l उसके लिए हमें कुछ परिसर लेने थे, भुगतान करने के लिए पैसे की आवश्कता थी l जो हमारे पास नहीं थे l हमने उस विचार को छोड़ दिया l फिर हमने और शोध किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हमें घर से ही अपने आप काम शुरू करना चाहिए । इस तरह हमारे पास स्टार्टअप खोलने के लिए पैसे का बैकअप बन जायेगा । इस बार भगवान की कृपा से  हम सफल हुए ।


2. प्रश्न - आपके मन में आईटी कंपनी से ही संबंधित कार्य करने का विचार क्यों आया जबकि आप के समक्ष अन्य कार्य  करने के भी हजारों विकल्प उपलब्ध थे ?


उत्तर - दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और अब सब कुछ डिजिटल भी हो रहा है । मैं कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर हूं । इसलिए मैंने केवल और केवल अपनी शिक्षा से संबंधित स्टार्टअप खोलने की योजना बनाई ।


3. प्रश्न – आपने आईटी कंपनी का शुभ आरंभ कब किया ? उसमें सर्व प्रथम कितने कर्मचारी थे, अब कितने हैं ? वैसे हर किसी को अपने कर्मचारियों को खुश रखना बड़ा कठिन होता है, आप सालभर उन्हें प्रसन्न कैसे रखते हैं ?


उत्तर – मैंने 2013 में कंपनी शुरू की थी जिसमें मैंने अपने बिजनेस पार्टनर के साथ खुद काम करना शुरू किया था । हम शुरुआत में कंपनी के मात्र तीन ही सदस्य थे और अब हम चालीस सदस्य हैं । हम अपने कर्मचारियों को अधिक से अधिक सुविधाएं दे रहे हैं । हमारे पास प्रति सप्ताह पांच कार्य दिवस हैं । हमारे यहाँ हर महीने के अंत में एक पार्टी होती है । हम प्रत्येक कर्मचारी का जन्मदिन एक साथ मनाते हैं । हम उन्हें पुरस्कार आदि देते हैं और खुश रखने के लिए हम हर साल चार-पांच दिनों के लिए  वार्षिक यात्रा भी आयोजित करते हैं ।


4. प्रश्न – आपकी कंपनी को आरंभ करने का श्रेय किसे जाता है, इसके लिये आपको किसका सहयोग मिला ? उनके  बारे में कुछ क्या कहना चाहेंगे आप ?


उत्तर – मैं इसका श्रेय अपने बिजनेस पार्टनर, माता-पिता और अपनी पत्नी को दूंगा जिन्होंने मुझे बहुत प्रोत्साहित किया ।


5. प्रश्न – आपके समक्ष आईटी कंपनी प्रारंभ करने के समय क्या-क्या समस्याएं आईं थीं ?


उत्तर – हमें विशेष रूप से वित्त से संबंधित बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था । हमने एक ग्राहक के आधार पर कार्यालय खोला और पहले ही दिन उस ग्राहक ने हमें छोड़ दिया । वह समय हमारे लिए बहुत कठिन था जिसे मैं जीवन भर  कभी नहीं भूलूंगा  l


6. प्रश्न – क्या आपका आईटी कंपनी का कार्य चुनाव आपकी भावनाओं/आशाओं के अनुरूप रहा है ?


उत्तर –  हाँ l


7. प्रश्न -  इस समय आपकी कंपनी को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ?


उत्तर - वर्तमान में हम सेवा करने के लिए डेवलपर्स और डिजाइनरों की बहुत कमी का सामना कर रहे हैं क्योंकि अधिकांश युवा अपना स्टार्टअप खोलने की कोशिश कर रहे हैं ।


8. प्रश्न - चंडीगढ़ में ऐसी कौन-कौन सी कंपनियां हैं जो युवाओं को स्वरोजगार आरंभ करने के लिये प्रेरित कर रही  हैं ?


उत्तर – ट्राई सिटी में बहुत सारी कंपनियाँ हैं जो युवाओं को अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं l


9. प्रश्न - आपकी आईटी कंपनी क्या कार्य करती है, इस समय उसकी कितनी शाखायें/उपशाखाएं उपलब्ध हैं ?


उत्तर – हम वेब डिजाइनिंग, डेवलपमेंट और एसईओ करते हैं । वर्तमान में हमारे पास केवल एक शाखा है और दुनिया भर में सेवा कर रही है l
10. प्रश्न – आप सीईओ की दृष्टि में एक अच्छी आईटी कंपनी कैसी होनी चाहिए ?
उत्तर – सफल होने के लिए आपको पहले अपने ग्राहकों की ज़रूरतों को समझना होगा, सीमाओं को तोड़ना होगा और उन्हें अपने पास सबसे अच्छा समाधान देना होगा । कंपनी और ग्राहक के बीच एक आपसी समझ अपरिहार्य है क्योंकि इससे आपको अपने प्रोजेक्ट लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी और आप जो कुछ भी करते  हैं, उसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदान करेंगे ।


11. प्रश्न - भविष्य में अपनी आईटी कंपनी का विस्तार करने की आपकी भावी मनसा/योजना क्या है ?


उत्तर - हम टीम का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं और भविष्य में अपनी कंपनी को मल्टी नेशन कंपनी बनाना चाहेंगे ताकि हम बेरोजगार युवाओं को रोजगार दे सकें l


12. प्रश्न – जैसे कि आपने भी देखा है - आज का नवयुवावर्ग दिन-प्रतिदिन दिशाहीन, लक्ष्यहीन होता जा रहा है l वह दुर्व्यसनों का भी शिकार हो रहा है l आप आईटी कंपनी के एक सीईओ होने के नाते अपने मार्ग से  भटके हुए उन नवयुवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं ?


उत्तर - मैं नवयुवाओं को जीवन के सकारात्मक पक्ष के बारे में सोचने का सुझाव देना चाहूंगा। आज की दुनिया पूरी तरह से डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रही है, इसलिए हमें इसका हिस्सा बनना होगा । बेहतर होगा कि वे प्रौद्योगिकियों की ओर आएं और उन्हें अपनाएं जो उन्हें भविष्य में फलदायी परिणाम देंगी l


चेतन कौशल "नूरपुरी"