3. दिसम्बर 2024 / 0 Comments दिल इन्सान का चेतन आत्मोवाच 22 :-मंदिर, गुरुद्वारा, मस्जिद, चर्च से बड़ा है दिल इन्सान का lभगवान् अवश्य मिल जाता, मनः तू दिल न दुखाता इन्सान का ll चेतन कौशल "नूरपुरी"