4. दिसम्बर 2024 / 0 Comments दुःख चेतन आत्मोवाच 32 :-दुःख अपना सुनाना मत, हंसी उड़ाती है दुनियां lदुःख सुनना तू चाहे सबके, मनः राहत पाती है दुनियां llचेतन कौशल "नूरपुरी"