10. दिसम्बर 2024 / 0 Comments खुद को ढाल चेतन आत्मोवाच 47:-सुहागा सत्य है, आग अहिंसा, सोना शरीर तपा ले lसांचे में खुद को ढाल, मनः मानव जीवन संवार ले llचेतन कौशल "नूरपुरी"