Author Image
चेतन आत्मोवाच 66 :-

मुसीबत में करते जो आह नहीं, बुझने नहीं देते जो योगाग्नि को l
सदाचार होता है संग उनके, मनः सतगुरु पार भव सागर ले जाने को ll
चेतन कौशल "नूरपुरी"