अनमोल वचन :-# अच्छा स्वास्थ्य एवंम अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है l *
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पुरालेख (page 154 of 164)
दैनिक जागरण 29 अप्रैल 2007
दाढ़ी बना ले चाहे तू दांत साफ कर ले
पर भाई चल पहले नल बंद कर दे
भूजल अनावश्यक बाहर आ रहा
भूजल स्तर नीचे जा रहा
अब फव्वारे से या टब में नहीं है नहाना
बाल्टी भर पानी से ठीक है नहाना
जब बाल्टी भर पानी से नहाया जा सके
दो बाल्टी भर पानी बहाना है क्यों
भूजल संरक्षण अभियान सफल बनाया जा सके
अनावश्यक दोहन करके जल संकट बनाना है क्यों
साबुन या धोने का पाउडर पहले है लगाना
फिर कपड़ा भली प्रकार है धोना
अनावश्यक जल नल से नहीं है बहाना
ऐसे कल का जल संरक्षण नहीं है होना
नल बंद करके साबुन है लगाना
फिर साबुन धोने को नल है चलाना
ऐसी नहीं करनी है नादानी
कहना पड़े कि अब नहीं रहा है पानी
चेतन कौशल "नूरपुरी"
दैनिक जागरण 18 अप्रैल 2007
प्राप्त वस्तु से संतुष्ट हुआ
तूने मेहनत करना छोड़ा क्यों
कोई वस्तु रहेगी कब तक पास तेरे
कर्म से तूने नाता तोड़ा क्यों
आलस्य में क्यों बैठ गया
तू अपने हाथपांव पसार
मिट्टी का खिलौना मिट्टी में मिला दे
देख मेहनत का भी चमत्कार
आलसी नहीं आलस्य भगा दे
तू अगल बगल से दूर
घोड़ा तन है तेरा
चाबुक मेहनत मार भरपूर
लगेगी भूख भागेगा सरपट
अपनी ही मंजिल ओर
चाहे कठिन है राह तेरी अपनी
पाएगा तू जरूर मंजिल छोर
चेतन कौशल "नूरपुरी"
अमर उजाला 4 अप्रैल 2007
कली से बनते हैं फूल
खिलते हैं फूल कांटों में
अभ्यास बनती है मेहनत
रहती नहीं है मेहनत बातों में
खोज जिसे होती है
मंजिल पा ही लेता है
बिना परिश्रम किए जो ढूंढता है
अपना समय नष्ट कर लेता है
मेहनत से मिलता है मान
मेहनत से बनती है शान
पहचान बनाती मेहनत अपनी
मेहनत से मिलता है भगवान
चेतन कौशल "नूरपुरी"