मानवता

मानवता सेवा की गतिविधियाँ

पुरालेख (page 52 of 164)

सर्वोत्तम वरदान

अनमोल वचन :-# अच्छा स्वास्थ्य एवंम अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है l *
Read More

आचरण शुद्धता

अनमोल वचन :-# आचरण की शुद्धता ही व्यक्ति को प्रखर बनाती है l*
Read More

अनीति मार्ग

अनमोल वचन :-# अनीति के रास्ते पर चलने वाले का बीच राह में ही पतन हो जाता है l*
Read More

व्यक्ति परिचय

अनमोल वचन :-# दो चीजें आपका परिचय कराती हैं : आपका धैर्य, जब आपके पास कुछ भी न हो और...
Read More

प्रभु की समीपता

अनमोल वचन :-# धर्यता और विनम्रता नामक दो गुणों से व्यक्ति की ईश्वर से समीपता बनी रहती है l*
Read More

उच्च विचार

अनमोल वचन :-# दिनरात अपने मस्तिष्क को उच्चकोटि के विचारों से भरो जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा...
Read More

मुस्कराना

अनमोल वचन :-# मुस्कराना, संतुष्टता की निशानी है इसलिए सदा मुस्कराते रहो l*
Read More

प्रभु कृपा

अनमोल वचन :-# सच्चाई, सात्विकता और सरलता के बिना भगवान् की कृपा कदापि प्राप्त नहीं की जा सकती l*
Read More

जीवन महत्व

अनमोल वचन :-# आप अपने जीवन का महत्व समझकर चलो तो दूसरे भी महत्व देंगे l*
Read More

जीवन महत्व

अनमोल वचन :-# आप अपने जीवन का महत्व समझकर चलो तो दूसरे भी महत्व देंगे l*
Read More

आत्म-जागरण

Author Image
पराई आशा पर जीने वाले!
पराए प्रकाश पर चलने वाले!
पराई मेहनत खाने वाले!
रास्ता छोड़ भटकने वाले!
मिलेगी तुझे कब तक आस?
मिलेगा तुझे कब तक प्रकाश?
मिलेगा तुझे कब तक खाना?
पड़ेगा तुझे कब तक पछताना?
अपने साहस पर तू कर ले आस,
अपनी राह पर खुद कर ले प्रकाश,
नित अपनी मेहनत का खाया कर,
जीवन की सही राह अपनाया कर,
पराई आस पर जी रहा, कोई कहेगा नहीं,
दूसरों का सहारा ले रहा, किसी से सुनेगा नहीं,
देख रहा हाथ पराए, कोई कहेगा नहीं,
राह भटक गया, किसी से सुनेगा नहीं,
निराशा ले जीत, तेरे साहस का है काम,
मेहनत कर, फल देना ईश्वर का है काम,
शेर छोड़े जूठन, खाना गीदड़ों का है काम,
स्थित-प्रज्ञ बन जा, तेरी बुद्धि का है काम,


चेतन कौशल "नूरपुरी"

आपत्ति आने के पहले

Author Image
अनमोल वचन :- 

# आपत्ति आने के पहले ही उपाय सोचने वाले, समयानुसार बुद्धि से काम लेने वाले ये दोनों ही सुख से रहते हैं, परंतु जो होगा देखा जाएगा-ऐसा सोचने वाला नष्ट हो जाता है।*

एक दूसरे के आश्रय से

Author Image
अनमोल वचन :-

एक अकेला वृक्ष, बलवान और सुदृढ़ होने पर भी वायु के द्वारा बल पूर्वक जड़ से उखाड़कर फैंका जा सकता है, किंतु जो वृक्ष मिलकर सामूहिक रूप से सुप्रतिष्ठित   रहते हैं वे तीव्र आंधी को एक दुसरे के आश्रय से सह लेते हैं।

हे ईश्वर!

Author Image
अनमोल वचन :-

हे ईश्वर! सबके विचार, संघटन, मन और चित समान हों। आप ही सबको समान उपदेश देेते हैं और सबको समान भोगाधिकार से युक्त करते हैं।

वर्ण – आश्रम धर्म

Author Image
अनमोल वचन :-

किसी भी प्राणी की हिंसा न करना - कष्ट न पंहुचाना, मधुर वचन बोलना, सत्य भाषण करना, बाहर और भीतर से पवित्र रहना एवं शौचाचार का पालन करना, दीनों के प्रति दयाभाव रखना तथा क्षमा (निन्दा आदि को सह लेना) ये चारों वर्णों तथा आश्रमों के सामान्य धर्म कहे गए हैं।
1 50 51 52 53 54 164