# माना कि शेर घास नहीं खाता, वह पशु है, वह शिकार करता है पर मनुष्य तो मनुष्य है, वह किसी को जीवन नहीं दे सकता तो वह अपनी रसना के स्वाद के लिए दूसरों का जीवन क्यों छीन लेता है?* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# मनुष्य को अपनी मनुष्यता का परिचय अवश्य देना चाहिए। इसके विपरीत प्रवृति के अनेकों हिंसक पशु तो जंगल में भी मिल जाते हैं जो एक दूसरे का शिकार करने के लिए घात लगाए बैठे रहते हैं।* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# जंगल में हिंसक पशु एक दूसरे का घात लगा कर शिकार इसलिए करते हैं ताकि उनकी क्षुधा समाप्त हो सके पर आज मनुष्य ही मनुष्य का खून बहाने के लिए आतुर है, उसने इससे अपनी कौनसी क्षुधा शांत करनी है?* चेतन कौशल "नूरपुरी"
# किसी राष्ट्र, समाज, परिवार और व्यक्ति की महानता इस बात पर निर्भर करती है कि उसके कितने मित्र हैं, उसकी भावना और व्यवहार से कितनों को सुख पहुंच रहा है।* चेतन कौशल "नूरपुरी"