भावनाएं दो प्रकार की होती हैं – सद्भावना और दुर्भावना। सद्भावना से मनुष्य का अपना और समाज का उत्थान होता है जबकि दुर्भावना से पतन। मनुष्य को किस भावना से कार्य करना चाहिए? यह बात उसकी बुद्धि और प्रकृति पर निर्भर करती है।
अन्न देख कर जो चहकने लगते हैं, खाने के लिए वे अपनें साथी एवं मित्रों को अपने पास बुला लेते हैं और वे सब आपस में मिल बांटकर खाते हैं, उन्हें नभचर कहते हैं।