6. अक्टूबर 2022 / 0 Comments खोखला ढोल चेतन आत्मोवाच 5 :- खोखला ढोल ढम-ढम करता, गाना तो वह गा नहीं सकता l तू शोर धर्म का करता, मनः जब उस पर चल नहीं सकता llचेतन कौशल "नूरपुरी"
6. अक्टूबर 2022 / 0 Comments सत्य है तुझसे चेतन आत्मोवाच 4 :-सत्य है तुझसे जुदा नहीं, वह तुझ में ही समाया है l तार सितार से जुदा नहीं, मनः आवाज सितार से ही आया है llचेतन कौशल "नूरपुरी"
6. अक्टूबर 2022 / 0 Comments कभी-कभी चेतन आत्मोवाच 3 :-कभी-कभी ऐसा हो गया, भ्रम में अँधेरा, प्रकाश हो गया l अँधेरा तो अँधेरा ही रहा, पर मनः तू भ्रष्ट राही हो गया llचेतन कौशल "नूरपुरी"
6. अक्टूबर 2022 / 0 Comments उत्तम विद्या चेतन आत्मोवाच 2 :-ले लेना तू उत्तम विद्या नीच से, दूषित कुल से स्त्री रत्न l कह गया कोई संत प्यारा, मनः हर्ज नहीं करना ऐसा यत्न llचेतन कौशल "नूरपुरी"
6. अक्टूबर 2022 / 0 Comments जाप सके तो चेतन आत्मोवाच 1 :-जाप सके तो जाप ले तू, ॐ ॐ हर साँस lफिर क्या जाप पायेगा, मनः निकल जाएगी तेरी हर साँस llचेतन कौशल "नूरपुरी"