मानवता सेवा की गतिविधियाँ

श्रेणी: स्व रचित रचनाएँ (page 60 of 67)

सर्वोत्तम वरदान

अनमोल वचन :-# अच्छा स्वास्थ्य एवंम अच्छी समझ जीवन में दो सर्वोत्तम वरदान है l *
Read More

आचरण शुद्धता

अनमोल वचन :-# आचरण की शुद्धता ही व्यक्ति को प्रखर बनाती है l*
Read More

अनीति मार्ग

अनमोल वचन :-# अनीति के रास्ते पर चलने वाले का बीच राह में ही पतन हो जाता है l*
Read More

व्यक्ति परिचय

अनमोल वचन :-# दो चीजें आपका परिचय कराती हैं : आपका धैर्य, जब आपके पास कुछ भी न हो और...
Read More

प्रभु की समीपता

अनमोल वचन :-# धर्यता और विनम्रता नामक दो गुणों से व्यक्ति की ईश्वर से समीपता बनी रहती है l*
Read More

उच्च विचार

अनमोल वचन :-# दिनरात अपने मस्तिष्क को उच्चकोटि के विचारों से भरो जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा...
Read More

मुस्कराना

अनमोल वचन :-# मुस्कराना, संतुष्टता की निशानी है इसलिए सदा मुस्कराते रहो l*
Read More

प्रभु कृपा

अनमोल वचन :-# सच्चाई, सात्विकता और सरलता के बिना भगवान् की कृपा कदापि प्राप्त नहीं की जा सकती l*
Read More

जीवन महत्व

अनमोल वचन :-# आप अपने जीवन का महत्व समझकर चलो तो दूसरे भी महत्व देंगे l*
Read More

जीवन महत्व

अनमोल वचन :-# आप अपने जीवन का महत्व समझकर चलो तो दूसरे भी महत्व देंगे l*
Read More

कहना है क्या

Author Image
दैनिक जागरण 15 फरवरी 2007

आत्म बोध प्राप्त करने को
आत्म चिन्तन करना अच्छा
आत्म ज्ञान हो जाए
तो कहना है क्या
आत्म दर्शन करने को
आत्मावलोकन करना अच्छा
आत्म साक्षात्कार हो जाए
तो कहना है क्या
आत्म विश्वास बढ़ाने को
कलात्मक प्रतियोगिताओं में भाग लेना अच्छा
अपनी पहचान बन जाए
तो कहना है क्या
संसार एक परिवार निहारने को
आध्यात्मिक दृष्टि अपना लेना अच्छा
कोई सद्गुरु बन जाए
तो कहना है क्या


चेतन कौशल "नूरपुरी"

बोल सके तो

Author Image
अमर उजाला 13 फरवरी 2007                      

बोल सके तो बोल प्यारे
मीठे बोल तू बोल
कीमती बोल तू बोल प्यारे
बोल संभल कर बोल
फूल मुरझा जाते हैं अक्सर
कली सदा रहती नहीं
घाव तलवार के भर जाते हैं
मगर बात कड़वी मिटती नहीं


चेतन कौशल "नूरपुरी"

प्यारा वतन

Author Image
दैनिक जागरण 26 जनवरी 2007 

है वही मेरा प्यारा वतन
हिमालय चूमता जहां ऊंचा गगन
कण कण सौरभ लाती नित नूतन पवन
पुण्य जीवन पाते मिलते जनगण
नित क्रांतियों के जहां होते यत्न
है वही मेरा प्यारा वतन
मिलता जहां देखने विशाल पाहन सेतु
उस पार पापी मारा था रक्षा मानवता हेतु
होता जहां अधर्म का प्रतिक्षण पतन
है वही मेरा प्यारा वतन


चेतन कौशल "नूरपुरी"

राही

Author Image
दैनिक जागरण 19 जनवरी 2007 

हम मानव संसार के राही
लगने न देंगे मानवता पर स्याही
उठने न पाएगा अज्ञान हाथी
सबके रक्षक सेवक साथी
हम तो हैं भले मर्मान्तक
सेवा हेतु हमें कोई न आंतक
हम मानव संसार के राही
लगने न देंगे मानवता पर स्याही
हम सब अपने हृदय के दीक्षक
सुख रहे दुख के चिकित्सक
रावण कंस नाम फिर न होगा विख्यात
राम कृष्ण नामों पर होगा प्रयास
हम मानव संसार के राही
लगने न देंगे मानवता पर स्याही


चेतन कौशल "नूरपुरी"

देश वासियो

Author Image
दैनिक जागरण 12 जनवरी 2007

उठो नगर वासियो
जागो देश वासियो
दुखियारी भारत मां पुकार रही
आजादी दुख से कराह रही
दासता से मुक्त हुई है भारत माता
कुरीतियों में है उसे फंसाया जाता
उठो नगर वासियो
जागो देश वासियो
होना था न केवल हमनें आजाद
प्रेम त्यागभाव भी हमनें करना था आवाद
पगपग पर नंगा न कोई होता
भूखा पदपथ पर न कहीं कोई सोता
उठो नगर वासियो
जागो देश वासियो
संभव हर वस्तु यहां उत्पन्न होती
हर जरूरतमंद की उस तक पहुंच होती
कोई न कहीं देखता स्वार्थपरता को
हटा दो यहां की अब हर विवषता को
उठो नगर वासियो
जागो देश वासियो


चेतन कौशल "नूरपुरी"
1 58 59 60 61 62 67